पुखराज धारण करने से मान सम्मान तथा धन संपत्ति में वृद्धि होती है।
यह रत्न शिक्षा के क्षेत्र में भी सफलता प्रदान करवाता है।
इस रत्न से जातकों के मन में धार्मिकता तथा सामाजिक कार्य में रुचि होने लगती है।
विवाह में आती रुकावटें तथा व्यापार में होता नुकसान से बचने के लिए भी पीला पुखराज (pukhraj) धारण करने की सलाह दी जाती है।
पुखराज के स्वास्थ्य संबंधी लाभ - Health Benefits of Pukhraj
ज्योतिषी (astrologer) मानते हैं कि जिन जातकों को सीने की दर्द, श्वास, गला आदि रोगों से परेशानी है तो उन्हें पुखराज धारण करना चाहिए।
अल्सर, गठिया, दस्त, नपुंसकता, टीबी, हृदय, घुटना तथा जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए भी पुखराज का उपयोग किया जाता है।
कैसे धारण करें पुखराज - How to Wear Yellow Sapphire
पुखराज गुरुवार के दिन धारण करना चाहिए। धारण करने से पूर्व पीली वस्तुओं विशेषकर जो बृहस्पति से संबंधित हो उनका देना चाहिए। बृहस्पति से संबंधित कुछ वस्तुएं हैं केला, हल्दी, पीले कपड़े आदि। माना जाता है कि पुखराज हमेशा सवा 5 रत्ती, सवा 9 रत्ती, सवा 12 रत्ती की मात्रा में धारण करें। पुखराज धारण करने से पहले इसकी विधिवत पूजा-अर्चना करनी चाहिए। बिना ज्योतिषी (astrologer) की सलाह और कुंडली (kundali) देखे बिना पुखराज या अन्य रत्न नहीं धारण करने चाहिए।
Comments